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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सभी जरूरतमंदों को मिलेगा अनाज, खाद्यान्न की कमी नहीं

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सभी जरूरतमंदों को मिलेगा अनाज, खाद्यान्न की कमी नहीं

 

लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो (आरओबी) द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजनाके अंतर्गत मुफ्त राशन वितरण विषय पर किया गया वेबिनार का आयोजन

 सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के पटना स्थित लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो (आरओबी) द्वारा आज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजनाके अंतर्गत मुफ्त राशन वितरण विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

 

वेबिनार में मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में शामिल खाद्य एवं उपरोक्ता संरक्षण विभाग, बिहार सरकार के सचिव विनय कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत बिहार में लक्षित लोगों को अनाज देने के लिए खाद्यान्नों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। कोरोना संकट काल में जरूरतमंदों को नवंबर 2020 तक अनाज पहुंचाने का जो लक्ष्य है, उसे उचित और पारदर्शी तरीके से पूरा करने की सभी तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रति व्यक्ति पांच किलो के हिसाब से औसत परिवार को 25 से 30 किलो अनाज दिया जा रहा है। पीडीएस के जरिए मिलने वाले खाद्यान्न के अतिरिक्त दिया जाने वाला यह अनाज निःशुल्क वितरित किया जाता है।

 

कई लोगों के पास राशन कार्ड नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा कि शेष बचे लोगों को भी जल्द ही अच्छादित करने के लिए 25 लाख नए राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं, जिसमें आधा काम पूरा किया जा चुका है। बिहार में लगभग 8.71 करोड़ लोग पहले से ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत अच्छादित हैं और नए राशन कार्ड निर्माण पूरा होने पर करीब सवा करोड़ लोग और जुड़ जाएंगे।

 

बाजार मूल्य पर अनाज नहीं खरीद सकने वालों को इस योजना से वास्तविक सहायता प्राप्त करने की बात करते हुए सचिव विनय कुमार ने यह भी कहा कि पोषकीय संतुलन को देखते हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रत्येक परिवार को प्रति माह एक किलो दाल भी दिया जा रहा है। उन्होंने कुछ चुनौतियों का भी जिक्र किया और बताया कि राज्य में हर माह चार लाख टन खाद्यान्न वितरित किए जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए छह लाख टन की भंडारण सुविधा चाहिए जबकि फिलहाल राज्य खाद्य निगमों की क्षमता पांच लाख टन तक ही है।

 

उन्होंने बताया कि सही लोगों तक सहायता पहुंचाने में सभी जरूरी तकनीक और आधार सत्यापन का सहारा लिया जा रहा है। आधार सत्यापण में आने वाली कुछ बाधाओं को भी दूर कर लिया गया है। प्रधानमंत्री के वन नेशन, वन राशन कार्डके संकल्प का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि बिहार में इसे करीब-करीब लागू भी कर दिया गया है और ऐसे कार्डधारी बिहार में या फिर देश में कहीं भी हों, अपने हिस्से का राशन प्राप्त कर सकते हैं।

 

वेबिनार को संबोधित करते हुए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के डीजीएम हेमंत कुमार जायसवाल ने बताया कि खाद्यान्नों की कोई कमी नहीं है। पिछले पांच वर्षों में एफसीआई ने अपने भंडारण क्षमता को लगभग दोगुना कर लिया है। एफसीआई के ही एजीएम मृत्युंजय कुमार ने कहा कि खाद्यान्नों की निर्बाध आपूर्ति की योजना तैयार है। साथ ही खाद्यान्नों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सैंपलिंग (नमूना) की निर्धारित प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एफसीआई के लोग जिस तरह से लॉकडाउन के दौरान बिना छुट्टियों के काम करते रहे थें, आगे भी इसी तरह अपना योगदान देते रहेंगे।

 

वेबिनार में अपने विचार व्यक्त करते हुए एफसीआई के एजीएम सजल प्रकाश सिन्हा ने इस महत्वपूर्ण और वृहत कार्य की चुनौतियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भंडारण, रेलवे रैक, खाद्यान्नों की लोडिंग-अनलोडिंग, श्रमिक, ट्रांसपोर्टेशन, जल-जमाव व बाढ़ अभी भी वैसी कठिनाइयां हैं, जिन्हें ध्यान में रखना होगा।

 

दिल्ली से वेबिनार में जुड़े इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ के प्रोफेसर ब्रजेश कुमार झा ने इस योजना के तहत दिए जाने वाले अनाज को, फूड अलाउएंस की संज्ञा दी और कहा कि यह न केवल वृहत बल्कि अद्भुत कदम है।

 

प्रभात खबर के स्थानीय संपादक अजय कुमार ने बताया कि शहरी और ग्रामीण आबादी को मिलाकर करीब पंद्रह-बीस फीसद लोग अभी भी इस योजना के लाभ से वंचित है। उन्होंने अनाज के साथ-साथ पैसा पहुंचाने पर भी जोर दिया।

 

वेबिनार की शुरूआत में विषय प्रवेश संबोधन करते हुए आरओबी एवं पीआईबी, पटना के अपर महानिदेशक एस के मालवीय ने कहा कि कोरोना के साथ हमारी लड़ाई लंबी है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में लोगों तक समय से अनाज पहुंचाना बेहद जरूरी है ताकि कोई भी भूखा ना रहे।

 

वेबिनार कार्यक्रम में आरओबी के निदेशक श्री विजय कुमार; पत्र सूचना कार्यालय के निदेशक श्री दिनेश कुमार एवं सहायक निदेशक श्री संजय कुमार; दूरदर्शन (न्यूज) बिहार की उप निदेशक श्रीमती स्वेता सिंह, सभी फील्ड आउटरीच ब्यूरो के अधिकारी सहित आमजन भी उपस्थित थें। वेबिनार का संचालन फील्ड आउटरीच ब्यूरो, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री पवन कुमार सिन्हा ने किया।
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