
इंडो-नेपाल सीमा के भिखनाठोरी बॉर्डर पर कुछ लोगों के द्वारा उखाड़ कर फेंके गए पिलर संख्या 436 को यथावत उसी स्थान पर दोबारा लगा दिया गया है। इसकी जानकारी देते हुए 44वीं बटालियन एसएसबी नरकटियागंज के प्रभारी कमांडेड अनिल कुमार सिंह ने बताया कि वरीय पदाधिकारियों के निर्देशानुसार शनिवार की रात में दोनों देशों की आपसी सहमति से पिलर संख्या 436 को यथावत स्थान पर खड़ा कर दिया गया है। जिससे बहुत हद तक उत्पन्न पिलर का विवाद समाप्त हो गया है।
विदित हो की शनिवार को नेपाल के कुछ लोगों के द्वारा सीता गुफा के समीप इंडो-नेपाल सीमा पर गाड़े गए पिलर को उखाड़कर फेंक दिए जाने के कारण दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसकी सूचना पर एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट शैलेश कुमार, सहोदरा थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह दलबल के साथ उखाड़े गए पिलर स्थल पर पहुंचे। उधर, नेपाल के सीमा प्रभारी सहित वरीय पुलिस पदाधिकारी भी वहां पहुंचे। घंटों दोनों देशों के अधिकारियों द्वारा आपसी विचार-विमर्श करने के बाद उखाड़ कर फेंके गए पिलर को यथावत स्थान पर गाड़ दिया गया है। जिससे उत्पन्न विवाद व दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति समाप्त हो गया है।
कभी नाला विवाद तो कभी पिलर उखाड़ देना बन रहा विवाद का कारण
दो माह पहले नेपाल के नागरिकों व अधिकारियों के द्वारा भारतीय क्षेत्र के नाला बंद कर देने से दोनों देश के बीच विवाद चल ही रहा था कि शनिवार को नेपालियों के द्वारा सीमा का निर्धारण कर रही पिलर को उखाड़ फेंकने से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। वहीं जंगली जानवर पानी के लिए इधर-उधर भटक रहें हैं। अभी वह सुलझा नही कि सीता गुफा के पास पूजा करने आयें नेपाली लोगों के द्वारा सयंत्र के तहत पिलर उखाड़ कर फेंक दिया गया । नेपाली एपीएफ दीपक दहल व एसएसबी के इंस्पेक्टर प्रमीत कुमार ने बताया कि 436 नम्बर पिलर सीता गुफा के समीप हैं।
सीता गुफा के पास दोनों देश के जवान तैनात
सीता गुफा के पास स्थित पिलर नंबर 436 को उखाड़ कर फेंकने व पुनः पिलर को उसी स्थान पर लगाए जाने के बाद सुरक्षा की दृष्टि से दोनों देश के जवान अपने-अपने रात के करीब आठ बजे पिलर स्थापित करने के बाद से जवानों की तैनाती की गई है।
यथावत पिलर को उसी जगह किया गया स्थापित
नेपाल के लोगों के द्वारा उखाड़े गए पिलर को तथावत उसी स्थान पर स्थापित कर दिया गया हैं। इंस्पेक्टर प्रमीत कुमार ने बताया कि नेपाली अधिकारियों के सहमति से रात्रि आठ बजे उक्त पिलर संख्या 436 को उसी स्थान पर स्थापित किया गया हैं। उन्होंने बताया कि कुछ उपद्रवी के द्वारा सीता गुफा के पास पूजा करने के दौरान दोनों देशों के सीमा का निर्धारण करने वाले 436 नम्बर पिलर को उखाड़ कर नेपाल के तरफ फेंक दिया गया था। जिससे दोनों देशों के नागरिकों व पुलिस प्रशासन के बीच तनाव बढ़ गया था। तनाव को देखते हुए अविलंब एसएसबी ने अपने ऑफिसर के साथ जिला प्रशासन को सूचना दिया। सूचना मिलने पर 44वीं बटालियन एसएसबी नरकटियागंज के डिप्टी कमांडेट शैलेश कुमार सिंह व सहोदरा थानाध्यक्ष धनंजय कुमार मौके पर पहुंच कर बढ़ रहें तनाव को कम किये।
कुछ दिन तक सीता गुफा के पास जाने व पूजा-पाठ करने पर लगी रोक : नेपाली इंस्पेक्टर दीपक दहल
नेपाली पीएम केपी ओली के विवादित बयान पर एक बार फिर भिखनाठोरी चर्चा में आ गया है। नेपाल के एपीएफ इंस्पेक्टर दीपक दहल ने बताया कि भिखनाठोरी स्थित सीता गुफा के पास पूजा करने के लिए लगातार तीन दिनों से नेपाली नागरिकों का जमावड़ा लग रहा था। यहां तक कि नेपाल के नागरिकों के साथ मंत्री व अधिकारी भी पूजा करने पहुंच रहे थे। कायस लगाया जा रहा था कि एक सप्ताह के अंदर कभी भी नेपाल के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति यहां का दौरा कर सकते हैं। लेकिन नेपाली उपद्रवी के द्वारा 436 नम्बर पिलर को उखाड़ कर नेपाल के जमीन पर फेंकने के कारण स्थानीय प्रशासन ने सीता गुफा के पास जाने व वहां पूजा-पाठ करने पर रोक लगा दिया है।
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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/bettiah/news/pillar-number-436-re-imposed-at-the-same-place-on-the-consent-of-indo-nepal-worship-stopped-near-sita-cave-127530762.html
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