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ब्याकुल सड़क गली

ब्याकुल सड़क गली



जयराम जय,'पर्णिका'बी 11/1,कृष्ण विहार,कल्याणपुर,कानपुर-208017(उ.प्र.)

ब्याकुल सड़क गली
ठहर गया गतिमान ज़माना
कैसी हवा चली
शहर गाँव सब सहमें-सहमें
ब्याकुल सड़क गली

फुरसत नहीं एक पल को थी,
फैला सन्नाटा
जिसको देखो ढूँढ़ रहा है
सिर्फ दाल-आटा
छुटकी आज दूध के खातिर
बार-बार मचली

रुका प्रगति का पहिया भइया
हाथ धरे बैठे
कल तक घर में रहते थे
सबसे ऐंठे-ऐंठे
उनको आज समझ में आया
होता समय बली

किसने लागू किया, नया
फरमान बताओ तो
दुबके क्यों बैठे हो घर में
बाहर आओ तो
आपस में भिड़ रहे न जानें
क्यों बण्टी-बबली

नया तरीका मृत्यु लोक का
फैलाये बांहे
डरी-डरी हैं महाशक्तियां
भरें सिर्फ आहें
'किया बहुत दिन मनमानी,
अब है दहशत असली'

ठहर गया गतिमान ज़माना
कैसी हवा चली
शहर गाँव सब सहमें-सहमें
ब्याकुल सड़क गली

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