Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

पद पईसा

पद पईसा

पद पईसा पर बड़ गुमान बा ,
कुछे दिन बनल पहलवान बा ,
जीवन खुद चार दिन मेहमान ,
गुमान मेहमाने कीहाॅं मेहमान बा ।
चार दिन के बा मेहमान जीवन ,
गुमान दू दिन ओकर मेहमान बा ,
जवना दिन ढहल पद आ पईसा ,
ओही दिन समझ टूटल गुमान बा

जबतक बाटे पद आ पईसा ,
महल अटारी आलीशान बा ,
पद गईल आ पईसा भी गईल ,
महलो पड़ल बड़ पुरान बा ।
टुटल महल बतावेला कहानी ,
शोषण दोहन रहल ध्यान बा ,
ईमान के कमाई खाहीं में जाए ,
फैशन महल कहाॅं अरमान बा ।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ