यम यमुना सा पावन,भाई बहन का स्नेह दुलार
कुमार महेंद्र
कार्तिक शुक्ल द्वितीया अद्भुत,
सर्वत्र भाई दूज खुशियां उमंग ।
सृष्टि रज रज विमल प्रवाह,
संबंध पटल अपनत्व तरंग ।
परस्पर मंगल कामना अथाह,
शीर्ष वंदित परंपरा संस्कार ।
यम यमुना सा पावन,भाई बहन का स्नेह दुलार ।।
भाई दूज पौराणिक कथा,
अलौकिकता दिव्य अहसास ।
परम लोक आस्था विश्वास,
जन आभा अति हर्ष उल्लास ।
असीम शुभ कामना उर धर,
स्वसा प्रदत्त अप्रतिम उपहार ।
यम यमुना सा पावन,भाई बहन का स्नेह दुलार ।।
नेह अनुबंध मृदुल भाव ,
दृढ़ संकल्प रक्षा वचन ।
आन बान शान अभिवृद्धि,
हर पल मुस्कान जतन ।
विपरित काल ढाल बन,
दिशा विमुख कंटक बहार ।
यम यमुना सा पावन,भाई बहन का स्नेह दुलार ।।
भ्राता भगिनी अटूट रिश्ता,
देवलोक नित्य हर्षित गर्वित ।
निश्चल प्रेम अर्थ परिभाषा,
अंतर बिंदु दर्शित द्रवित ।
पुनीत बेला अनुपस्थिति भान,
दोऊ नयनन अविरल अश्रु धार ।
यम यमुना सा पावन,भाई बहन का स्नेह दुलार ।।
कुमार महेंद्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें|
हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें
https://www.youtube.com/divyarashminews
#Divya Rashmi News,
#दिव्य रश्मि न्यूज़
https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com