गोवर्घन पूजा
डॉ उषाकिरण श्रीवास्तव
गोवर्धन पूजा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो भगवान श्रीकृष्ण के अवतार और गोवर्धन पर्वत की पूजा से जुड़ा है। यह त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है, जो आम तौर पर दिवाली के अगले दिन पड़ता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र देवता के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाया था।
गोवर्धन पूजा का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। यह त्योहार प्रकृति और मानव के बीच संबंधों को स्थापित करता है। इस दिन गाय और बैल जैसे पशुओं की पूजा की जाती है, जो हमें जीवन के लिए आवश्यक चीजें प्रदान करते हैं। गोवर्धन पूजा हमें प्रकृति के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करती है।
गोवर्धन पूजा की विधि बहुत ही साधारण है, लेकिन इसमें कई महत्वपूर्ण चरण शामिल हैं। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद, लोग अपने घरों के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाते हैं। इसके बाद, वे गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं और उन्हें फूल, फल, और मिठाइयां अर्पित करते हैं।
गोवर्धन पूजा की कथा भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी हुई है। जब भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र देवता की पूजा करने से रोका और गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए कहा, तो इंद्र देवता ने क्रोधित होकर ब्रजवासियों पर भारी बारिश की। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की।
गोवर्धन पूजा करने से कई लाभ होते हैं। यह त्योहार हमें प्रकृति के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। साथ ही, यह हमें भगवान श्रीकृष्ण की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का भी अवसर प्रदान करता है। गोवर्धन पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धन, संतान और गौ रस की वृद्धि होती है।
गोवर्धन पूजा के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इस दिन घर को साफ-सुथरा रखना चाहिए और गाय और बैल जैसे पशुओं की पूजा करनी चाहिए। साथ ही, इस दिन बड़ों का सम्मान करना और उनका आशीर्वाद लेना भी बहुत महत्वपूर्ण है। गोवर्धन पूजा के दौरान कुछ चीजें हैं जो नहीं करनी चाहिए, जैसे कि गौमाता को परेशान नहीं करना चाहिए और घर को गंदा नहीं रखना चाहिए।
गोवर्धन पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो हमें प्रकृति के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। यह त्योहार हमें भगवान श्रीकृष्ण की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का भी अवसर प्रदान करता है। गोवर्धन पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धन, संतान और गौ रस की वृद्धि होती है। इसलिए, हमें इस त्योहार को मनाने के लिए अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों का पालन करना चाहिए।
मुजफ्फरपुर, बिहार
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