Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

डॉ. राकेश कुमार आर्य: एक आदर्श गृहस्थ जीवन और राष्ट्रप्रेम के प्रेरक स्वरूप

डॉ. राकेश कुमार आर्य: एक आदर्श गृहस्थ जीवन और राष्ट्रप्रेम के प्रेरक स्वरूप

आज का दिन हम सबके लिए विशेष और प्रेरणादायक है। यह अवसर है मेरे परम मित्र, महान राष्ट्रचिंतक, सुप्रसिद्ध इतिहासकार एवं ‘भारत को समझो अभियान समिति’ के राष्ट्रीय प्रणेता डॉ. राकेश कुमार आर्य जी की 34वीं वैवाहिक वर्षगांठ का। यह केवल एक पारिवारिक उत्सव नहीं, बल्कि उस जीवन-दर्शन का उत्सव है जिसमें सेवा, सृजन और समर्पण तीनों ही बुनियादी स्तंभ रहे हैं।

🌸 एक प्रेरक गृहस्थ जीवन का प्रतिबिंब


डॉ. राकेश कुमार आर्य जी का वैवाहिक जीवन हमें यह सिखाता है कि कैसे एक व्यक्ति अपने पारिवारिक दायित्वों को निभाते हुए भी राष्ट्र, संस्कृति और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभा सकता है। उनकी जीवनसंगिनी ने जिस प्रकार हर सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया, वह आज की पीढ़ी के लिए एक आदर्श है।

यह 34 वर्षों की यात्रा न केवल प्रेम, विश्वास और सहयोग की रही है, बल्कि यह उन संघर्षों, त्यागों और उपलब्धियों की भी साक्षी रही है, जिन्हें उन्होंने राष्ट्रसेवा और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए अर्पित किया।

📚 राष्ट्र का इतिहास गढ़ने वाला एक युगपुरुष


डॉ. आर्य जी का संपूर्ण जीवन भारतीय इतिहास के उन पक्षों को उद्घाटित करने में समर्पित रहा है, जिन्हें वर्षों तक दबाया गया, या तोड़ा-मरोड़ा गया। उनकी लेखनी ने अनगिनत पाठकों को न केवल ऐतिहासिक तथ्यों से रूबरू कराया, बल्कि उनमें स्वाभिमान और सांस्कृतिक चेतना का संचार भी किया।

उनकी कृतियों में 'भारत को समझो' अभियान के माध्यम से देशभर के युवाओं में राष्ट्रप्रेम, धर्मगौरव और सांस्कृतिक चेतना को जगाने का जो कार्य हुआ है, वह अतुलनीय है। यह कार्य उनकी वैवाहिक यात्रा से अलग नहीं, बल्कि उसी का विस्तार है — क्योंकि परिवार से ही राष्ट्र का निर्माण होता है।

🏡 परिवार से राष्ट्र तक की यात्रा


डॉ. आर्य जी का पारिवारिक जीवन राष्ट्रसेवा का मूल स्रोत रहा है। उनकी धर्मपत्नी ने न केवल एक पत्नी के रूप में उनका साथ दिया, बल्कि एक साधना-पथ पर चल रहे तपस्वी की संगिनी के रूप में भी हर कठिन घड़ी में उनका मनोबल बढ़ाया। यह संगिनी न होती, तो शायद देश को राकेश आर्य जैसा एक समर्पित राष्ट्रधर्मी न मिल पाता।

🌼 शुभकामनाओं का संदेश


प्रिय डॉ. राकेश कुमार आर्य जी,
आपकी इस 34 वर्षों की वैवाहिक यात्रा पर मैं डॉ. राकेश दत्त मिश्र, आपके जीवन के साथी, संकल्पों के सहचर और विचारों के सहयात्री के रूप में हृदय से आपको और आपकी धर्मपत्नी को शुभकामनाएं देता हूं।

आपका यह प्रेम, विश्वास और सहयोग का बंधन सदैव दृढ़ बना रहे। ईश्वर आपको उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु, अखंड पारिवारिक सुख और राष्ट्रकार्य में अविरल ऊर्जा प्रदान करें — यही हमारी शुभकामना है।

आपका यह वैवाहिक जीवन हम सबके लिए एक प्रेरक ग्रंथ है — जो हमें सिखाता है कि यदि जीवन में उद्देश्य हो, संकल्प हो और साथ में सच्चा साथ हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

💐 हार्दिक शुभकामनाओं सहित
आपका मित्र,
डॉ. राकेश दत्त मिश्र
सम्पादक दिव्य रश्मि 
 हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ