Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

चल पड़े हैं जीर्ण शीर्ण पथ पर

चल पड़े हैं जीर्ण शीर्ण पथ पर ,

अपना बिहार यह उन्नत बनाने ।
उन्नत तो होगा बिहार बाद में ,
उन्नत करने हेतु उन्मत्त बनाने ।।
जबतक बिहार न मतवाला होगा,
तबतक नहीं स्व रखवाला होगा ।
खाता फिरेगा दर दर की ठोकरें ,
उन ठोकरों का निवाला होगा ।।
बढ़ चुके हैं अब ये बिहारी आगे ,
इस समस्या का निदान होगा ।
केंद्र बनेगा बिहार इस भारत का ,
कुशल व्यवहार प्रावधान होगा ।।
उद्योग खुलेंगे रोजगार बढ़ेगा ,
व्यापार में बिहार निहाल होगा ।
बिहार का नाम फैलेगा विश्व में ,
यह भारत भी मालामाल होगा ।।
नहीं बिहार मुहताज किसी का ,
अपना हर एक कारोबार होगा ।
नहीं पलायन करेगा ये बिहारी ,
हमारा बिहार नवबिहार होगा ।।
बिहार हेतु यही एक विकल्प है ,
बिहार का अब यही संकल्प है ।
बिहार बढ़ रहा है बढ़ता रहेगा ,
नहीं लेना हमें विराम अल्प है ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ