मान प्रतिष्ठा

मान प्रतिष्ठा

कही का ईट कही का रोरा
भानुमती का कुनबा जोड़ा।
देखो देखो इस कुंबे को
कैसे इतरा रहा है ये।
इस कुंबे में स्वार्थ ज्यादा है
पर अपनापन है बहुत कम।
फिर भी देखो इस कुंबे को
एक सूत्र में बंधा हुआ है।।

मान सम्मान से भरा पड़ा है
लोक लाज का ख्याल रखा है।
घर में लड़ते और झगड़ते
पर बाहर तो एक ही देखते।
इसलिए तो इस कुंबे का
ख्याति और प्रतिष्ठा बड़ा है।
देखो लोगों देखो इन को
शहर समाज में नाम बड़ा है।।

जब तक मुठी बंद पड़ी है
तब तक रुतवा बना हुआ है।
जिस दिन ये खुल जायेगी
कुनबा फिर बिखर जायेगा।
मान प्रतिष्ठा और अभिमान
कुनबे का टूट जायेगा।
बना बनाया घर अपना
पल भर में बिखर जायेगा।।

जय जिनेंद
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ