संस्कृति संसद - 2023 का दूसरा दिन मातृ दिवस के रूप में रहा।

*वाराणसी में गंगा महासभा बिहार-झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष धर्म चन्द्र पोद्दार ने वाराणसी से बताया कि संस्कृति संसद - 2023 का दूसरा  दिन मातृ दिवस के रूप में रहा।
निम्नलिखित विषयो पर सत्र आयोजित किए गए।
1) सनातन हिंदू धर्म की मातृ केंद्रित व्यवस्था। 2) विभिन्न वैश्विक संप्रदायों में नारी की स्थिति। 3) स्त्री स्वतंत्रता दैहिक या मानसिक। 4) भारत की विदुषी साधिकाये।
विभिन्न स्थानों से पधारी सैकडों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।
मातृ दिवस के सत्र के ठीक पहले सुप्रीम कोर्ट के कुछ एडवोकेट के द्वारा कल की धर्म संसद से सम्बंधित विचार रखे गए। जिनमे सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट हरिशंकर जैन, विष्णु जैन एवं अश्विनी  उपाध्याय के नाम सम्मिलित हैं। 
काजल हिंदुस्तानी की भी उपस्थित रही।

इसके अलावे जमशेदपुर से धर्म चन्द्र पोद्दार, गढ़वा से नवीन तिवारी, आशीष दुबे,  अनिमेष कुमार, मोतिहारी से रवि शंकर मिश्रा, आशीष कुमार, आशीष कुमार ठाकुर, अंजली चौधरी, रांची से बृख भान अग्रवाल, दीपेश निराला, पटना से राहुल कुमार एवं भागलपुर से योगेंद्र कुमार मंडल, धनबाद से आनंद प्रकाश, रामगढ़ से शशि श्रीवास्तव ने भी अपनी उपस्थिति दी।

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