ओजकवि एवं समीक्षक श्री भास्कर सिंह माणिक के विचार |

ओजकवि एवं समीक्षक श्री भास्कर सिंह माणिक के विचार |

आदरणीय
            संपादक,महोदय
   सादर प्रणाम
            मैंने दिव्य रश्मि पत्रिका का अवलोकन किया। संपादकीय लेख पढ़ कर हृदय प्रफुल्लित हुआ।वीर सावरकर पर श्रेष्ठ आलेख पढ़ने का मुझे इस पत्रिका ने अच्छा अवसर प्रदान किया है। गद्य लेखक आज के युग में बड़ा कठिन कार्य है लेकिन इस पत्रिका ने गद्य लेखकों को विशेष स्थान देकर गौरवान्वित किया है।मेरे विचार से पत्रिका में कविता, आलेख, कहानी, लघुकथा, संस्मरण,गीत, ग़ज़ल, यात्रा वृत्तांत आदि सभी विधाओं का होना पत्रिका में चार चांद लगा देता है।
पत्रिका का आवरण बहुत सुंदर है। पत्रिका में शामिल सभी लेख उत्कृष्ट एवं कालजयी हैं।
वीर सावरकर के कार्यक्रम की अग्रिम शुभकामनाएं।
आपका
भास्कर सिंह माणिक
(ओजकवि एवं समीक्षक)
कोंच, जनपद--जालौन उत्तर-प्रदेश - 285205 मोबाइल नंबर -9936505493
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