सन्नाटे की आवाज़ -----
खामोश!
मुझे कहते हैं
मेरे लब
और प्रेरित करते हैं
सुनने के लिए
वह आवाज़
जो कहीं नहीं है
यानी
सन्नाटे की आवाज़|
क्योंकि
एकल परिवारों मे
सुननी होगी
यही सन्नाटे की आवाज़
दिन,प्रतिदिन
लगातार।
और
जरुरी भी है यह
उस टूटन व घुटन से
बचने के लिए
जो दस्तक दे रही है
हर एकल परिवार की
चौखट पर|
डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com