परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी नहीं बल्कि चेतावनी: पुतिन
मास्को। रूस और यूक्रेन युद्ध से दुनियाभर में बेचैनी है। यह युद्ध कब खत्म होगा, यह कहने की स्थिति में कोई नहीं है। इसी बीच रूस के राष्टपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है। पुतिन ने कहा है कि उनका देश परमाणु हमले की धमकी नहीं, बल्कि चेतावनी दे रहा है कि यदि जरूरत पड़ी या देश पर आंच आई तो रूस अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। पुतिन ने इस जंग और तीसरे विश्वयुद्ध की संभावनाओं के बीच पूछे गए सवालों पर कहा कि यह सब बातें आखिर आती कहां से हैं? उन्होंने कहा कि कभी-कभी गैर-जिम्मेदार राजनेता कुछ इस तरह की बातें करते हैं, यहां तक कि उच्च पदस्थ राजनेता भी। पुतिन ने कहा कि क्या हमें चुप रहना चाहिए? उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई जवाब दिया जाता है, तो वे हमारे शब्दों को चुन लेते हैं और हम पर ही तोहमत लगाते हैं कि देखो, रूस धमकी दे रहा है। उन्होंने परमाणु हथियारों के बारे में इशारा करते हुए कहा कि सभी को पता होना चाहिए कि हमारे पास क्या (न्यूक्लिअर वीपन्स) है और हम अपने देश की रक्षा या संप्रभुता की रक्षा के लिए क्या उपयोग करेंगे, यह जगजाहिर है।
उन्होंने कहा, जब एक क्षेत्र को एक स्टेट से अलग किया जाता है, तो केंद्रीय अधिकारियों से अनुमति मांगना आवश्यक नहीं है। उन्होंने उस मसले पर कहा, इस मामले में डोनबास गणराज्यों को कीव अधिकारियों से अनुमति मांगने की आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। इस संबंध में, क्या हमें उन्हें मान्यता देने का अधिकार था या नहीं? बेशक हमने किया। परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी नहीं बल्कि चेतावनी: पुतिन
मास्को। रूस और यूक्रेन युद्ध से दुनियाभर में बेचैनी है। यह युद्ध कब खत्म होगा, यह कहने की स्थिति में कोई नहीं है। इसी बीच रूस के राष्टपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है। पुतिन ने कहा है कि उनका देश परमाणु हमले की धमकी नहीं, बल्कि चेतावनी दे रहा है कि यदि जरूरत पड़ी या देश पर आंच आई तो रूस अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। पुतिन ने इस जंग और तीसरे विश्वयुद्ध की संभावनाओं के बीच पूछे गए सवालों पर कहा कि यह सब बातें आखिर आती कहां से हैं? उन्होंने कहा कि कभी-कभी गैर-जिम्मेदार राजनेता कुछ इस तरह की बातें करते हैं, यहां तक कि उच्च पदस्थ राजनेता भी। पुतिन ने कहा कि क्या हमें चुप रहना चाहिए? उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई जवाब दिया जाता है, तो वे हमारे शब्दों को चुन लेते हैं और हम पर ही तोहमत लगाते हैं कि देखो, रूस धमकी दे रहा है। उन्होंने परमाणु हथियारों के बारे में इशारा करते हुए कहा कि सभी को पता होना चाहिए कि हमारे पास क्या (न्यूक्लिअर वीपन्स) है और हम अपने देश की रक्षा या संप्रभुता की रक्षा के लिए क्या उपयोग करेंगे, यह जगजाहिर है।
उन्होंने कहा, जब एक क्षेत्र को एक स्टेट से अलग किया जाता है, तो केंद्रीय अधिकारियों से अनुमति मांगना आवश्यक नहीं है। उन्होंने उस मसले पर कहा, इस मामले में डोनबास गणराज्यों को कीव अधिकारियों से अनुमति मांगने की आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। इस संबंध में, क्या हमें उन्हें मान्यता देने का अधिकार था या नहीं? बेशक हमने किया।
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