धामी के सौ दिन का रिकार्ड कार्ड

धामी के सौ दिन का रिकार्ड कार्ड

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत से उपचुनाव में मुख्य प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस को जबर्दस्त पराजय देकर अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल को मजबूत आधार दिया है। आगामी 30 जून को अर्थात् इस महीने के खत्म होने तक पुष्कर सिंह धामी सरकार के सौ दिन पूरे हो जाएंगे। इन सौ दिनों का बेहतर रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करने के साथ ही धामी सरकार अगले महीने जुलाई में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को भी सर्व सुविधा सम्पन्न बनाने का प्रयास कर रही है। मेरठ से ज्यादातर कांवड़िए हरिद्वार से ही गंगा जल लेने पहुंचते हैं। इसी तरह बदरीनाथ और केदारनाथ में रोपवे बनाने के लिए पर्यावरण विभाग से हरी झंडी मिल गयी है। रोपवे बनने से बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वालो ंको सुविधा मिलेगी। धामी के मंत्रिमंडल के सदस्य सौ दिन की उपलब्धियों के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहे हैं।

आगामी 30 जून को पुष्कर सिंह धामी की सरकार दूसरी का सौ दिन का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। गत 23 मार्च को जब मुख्यमंत्री धामी ने शपथ ली थी, तब शपथ के साथ ही बीजेपी संगठन और सरकार द्वारा सौ दिन का टारगेट भी तय कर दिया गया था। लिहाजा अब सरकार के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड भी चेक किए जाने का समय पास आ रहा है। कैबिनेट मंत्री पूरी शिद्दत से यह रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हुए हैं। धामी कैबिनेट के सभी मंत्रियों का दावा है कि उन्होंने तय टारगेट के मुताबिक सफलता हासिल कर ली है। बाल विकास एवं महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि ये सौ दिन सफलता के सौ दिन हैं। इन सौ दिनों में हमने कई योजनाओं को विस्तार दिया है। हमने अपने विजन डॉक्यूमेंट में कहा था कि सत्ता में आते ही हम गरीब परिवारों को साल में तीन गैस सिलेंडर फ्री देंगे। वह स्कीम शुरू कर चुके हैं। हम नयी खेल नीति लाने जा रहे हैं। इसके अलावा और भी कई योजनाएं हैं। ग्राम्य विकास, कृषि के साथ ही सैनिक कल्याण जैसे अपने मंत्रालयों का पूरा डेटा तैयार कर चुके मंत्री गणेश जोशी सीएम के सामने प्रेजेंटेशन के लिए तैयार हैं। जोशी इन दिनों बैक टू बैक मीटिंग कर रहे हैं। सिर्फ सौ दिन का रिपोर्ट कार्ड ही नहीं मंत्री अपने विभागों का अगले पांच साल का रोडमैप भी तैयार कर रहे हैं। जोशी का कहना है, हम आने वाले दिनों में चंपावत के टनकपुर और चमोली में बड़े सैनिक विश्राम गृह बनाने जा रहे हैं। सौ दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री इसका शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा, प्रदेश भर में कार्यरत महिला उद्यमियों के उत्पाद को राज्य स्तर पर मार्केट दिलाने के लिए एक राज्य स्तरीय आउटलेट खोलने की योजना पर भी जोशी ने बात की। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बनाए गए पांच हजार घर सौ दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री के हाथों सौंपे जाएंगे। सत्ता के सौ दिन का ये परफॉर्मेंस मंत्री, मुख्यमंत्री के सामने और मुख्यमंत्री जनता के सामने पेश करेंगे लेकिन, इन सबके बीच मंत्रियों पर जो दबाव है, वो है पार्टी हाईकमान का क्योंकि परफॉर्मेंस रिपोर्ट पर अंतिम मुहर तो हाईकमान से ही लगनी है। बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बी एल संतोष अपने पिछले दौरे में मंत्रियों को ताकीद भी कर चुके थे कि मंत्रियों की परफॉर्मेंस चेक की जाएगी।

इस टारगेट के साथ अन्य जरूरी कार्य भी धामी सरकार को करने हैं। इस बार उत्तराखण्ड में भी कांवड़ियों का जोरदार स्वागत करने की तैयारी हो रही है। उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बीते दिनों कहा था कि कोविड महामारी के कारण दो साल से कांवड़ यात्रा बाधित रही। इस बार कांवड़ यात्रियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा था कि जल्द ही कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है। इसके लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। देवभूमि आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बड़ी खबर है कि केदारनाथ और सिखों के तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के लिए दो महत्वपूर्ण रोपवे प्रोजेक्टों को हरी झंडी मिल गई है। उत्तराखंड वाइल्डलाइफ बोर्ड की एक बैठक बोर्ड के चेयरमैन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें 21 प्रस्तावों पर चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया। कहा जा रहा है कि हाई अल्टिट्यूड वाले इन तीर्थस्थलों पर हेलीकॉप्टर सेवा के बाद रोपवे सेवा मिलने से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी। तीर्थयात्राओं को पर्यटन कारोबार से जोड़ने के मकसद से यह फैसला लिया गया है। बैठक में जो 21 प्रस्ताव रखे गए, उनमें से तीन तीर्थयात्रियों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के सिलसिले में थे। इनमें से हरिद्वार में 49 किलोमीटर की रिंग रोड के प्रस्ताव पर भी बोर्ड ने चर्चा की। यह रिंग रोड राजाजी टाइगर रिजर्व को छूते हुए बनाए जाने पर अधिकारियों का मानना है कि तीर्थ नगरी में वाहनों के लोड को कम किया जा सकेगा और लोगों को भारी ट्रैफिक जामों से निजात मिल सकेगी।

बोर्ड ने रुद्रप्रयाग जिले में सोनप्रयाग से केदारनाथ को जोड़ने वाले 13 किलोमीटर लंबे रोपवे पर चर्चा के बाद इसे मंजूरी दे दी। यहां फिलहाल श्रद्धालुओं के पास दो विकल्प होते हैं। या तो वो गौरीकुंड से केदारनाथ तक 18 किमी के पैदल ट्रेक से तीर्थ तक पहुंच सकते हैं या फिर हेलीकॉप्टर सेवा के जरिये। अब यहां एक और विकल्प उपलब्ध हो सकेगा। केदारनाथ पहुंचने के लिए रामबाड़ा और गरुड़चट्टी के बीच 6 किलोमीटर के नये ट्रेक को भी वाइल्डलाइफ बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इसी के साथ लंबे समय से हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे की मांग की जा रही थी, जिसे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी। चमोली जिले में समुद्र तल से 11,750 वर्गफीट की ऊंचाई पर बसे इस तीर्थस्थल तक गोविंदघाट से 12.5 किलोमीटर लंबा रोपवे बनने का रास्ता साफ हो गया है।

इसी तरह हरिद्वार में हर की पौड़ी से चंडी देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे निर्माण को हरी झंडी मिली है। जमरानी बांध परियोजना के लिए 400 हेक्टेयर वन भूमि सिंचाई विभाग को ट्रांसफर करने को मंजूरी प्राप्तु हुई। हल्द्वानी के गौला पार में मैन एनिमल कॉन्फिलिक्ट कम करने के लिए एक एक्सीलेंस सेंटर बनेगा। वन्य जीवों के स्वास्थ्य और पुनर्वास से जुड़े तीन सेंटरों के निर्माण को मंजूरी मिल गयी है। इसी प्रकार मैन एनिमल कॉन्फिलिक्ट के बढ़ते मामलों को देखते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गैंडा लाने का प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना निर्माण में कुछ शर्तों के साथ रात में भी निर्माण कार्य जारी रखने को अनुमति दी गयी है। मुख्य वाइल्डलाइफ वॉर्डन पराग मधुकर धकाते ने कहा, ‘बोर्ड ने जिन प्रस्तावों को मंजूरी दी है, अब उन्हें राष्ट्रीय वाइल्डलाइफ बोर्ड के सामने रखा जाएगा। केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और हरिद्वार के प्रोजेक्टों से बड़े पैमाने पर तीर्थ यात्रियों को फायदा
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