कन्हैय्या की हत्या का विभित्स प्रस्तुतिकरण, मोदी के खिलाफ अन्तरराष्ट्रीय साजिश की बू - हिन्दू संगठन

कन्हैय्या की हत्या का विभित्स प्रस्तुतिकरण, मोदी के खिलाफ अन्तरराष्ट्रीय साजिश की बू - हिन्दू संगठन

नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली के अग्रणी हिन्दू संगठनों की बैठक में उदयपुर में कन्हैय्या की हत्या की जमकर निन्दा की। हिन्दू संगठनों ने एक स्वर में कहा कि जिस प्रकार से मीडिया की सुर्खियां बटौरने के लिये इस घटना का विभित्स प्रस्तुतिकरण किया गया उससे साफ जाहिर होता है कि यह पी एफ आई से जुड़ी उन्हीं अन्तरराष्ट्रीय ताकतों का किया धरा है जो एक के बाद एक षडयन्त्र रचकर मोदी सरकार को गिराने और देश को दंगे की आग में झोकने की सफल साजिश रच रहे हैं। यें ताकतें देश को जलाने के लिये मुद्दा न होने के बाद तीस्ता सीतलवाड़ की तरह भी मुद्दा बना लेते हैं। अमेरीकी फंडिग पर पल रहे मीडिया का एक बड़ा वर्ग इन देशद्रोहियों की आवाज को उछालता है। जबरदस्ती परिचर्चायें चलाता है। दिन रात बिना ब्रेक के।
बैठक में साजिश गैंग का खुलासा करते हुए हिन्दू संगठनों ने कहा कि चाहे वो अन्ना आन्दोलन हो। या अखलाक द्वारा गौ हत्या करने पर दादरी में उसकी हत्या करने का मामला। या नागरिकता संशोधन कानून का शाहीन बाग में विरोध। या उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिन्दुओं पर ताहिर हुसैन के 500 आतंकियों द्वारा किया, आतंकी हमला, जिसे साजिशन दिल्ली दंगे बताया जा रहा है। या सी आई ए की फंडिंग से चल रहा वो किसान आन्दोलन जिसने 11 दौर की वार्ता के बाद भी आज तक कृषि कानूनों में कोई खोट नहीं निकाला। या राम नवमी और हनुमान जयन्ति के जलूसों पर अमेरीकी सी आई ए की फंडिग पर पल रही पी एफ आई द्वारा किया आतंकी हमला। या नुपुर शर्मा के मामले को जुम्मे की नमाज के बाद पी एफ आई द्वारा हिंसात्मक तूल देना। या अग्निवीरों की नियुक्ति मामले में रेलों में आग लगाना। जो कम खर्चे में हर साल 40 हजार अग्निवीरों को सैनिक प्रशिक्षण देगा।
हिन्दू संगठनों ने देश को आगाह किया कि देश को जलाने की यें देशद्रोही योजनायें 5 सितारा होटल में ढाई हजार का समोसा खाते हुए ही बनती है। सी आई ए की यह फंडिंग पी एफ आई के साथ-साथ आग में घी डालने वाले मीडिया घरानों, केजरीवाल जैसे राजनीतिज्ञों और हिन्दू संसद के आयोजकों को भी होती है। जहां यति जैसे गृहस्थी साधु का चोला पहनकर मुसलमानों को गाली देकर देश जलाने की साजिश रचते हैं। इन्हें देश जलाने से मतलब है। नीतिया और ज्ञान गया तेल लेने, इनके पिटारे से षडयन्त्रों का निकलना बन्द नहीं होता। युक्रेन-रूस युद्ध में भारत के रवैय्ये से परेशान पश्चिमी ताकतें हर स्तर पर मोदी सरकार को गिराने के षडयन्त्र रच रही हैं।
हिन्दू संगठनों ने देश के हिन्दुओं और मुसलमानों से एक जुट रहकर देश जलाने में जुटी आतंकवादियों को फंडिंग कर रही अंग्रेजी ताकतों का मुकाबला उसी प्रकार से करने का आह्वान किया जैसे 1857 हमने सम्राट बहादुर शाह जफर के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
हिन्दू संगठनों ने देश के मुल्ला मौलावियों से भी अनुरोध किया कि वों मुसलमानों को मोहम्मद साहब पर रोज कूड़ा फैकने और गालियां देने वाली उस बुढ़िया के बारे में बताये, जिसके बीमार होने पर मोहम्मद साहब ने खुद उसकी तीमारदारी की थी। ताकि देश के मुसलमानों को हदीस का वो सही संदेश मिले जो गालियां देने वाली बुढ़िया के प्रति मोहम्मद साहब ने अपनाकर उसका दिल जीत लिया।हिन्दू संगठनों ने देश के हिन्दुओं और मुसलमानों को भड़काकर, लगातार षडयन्त्र रचकर मोदी सरकार को गिराने की साजिश रचने वाली सभी देश विरोधी ताकतों को नेस्तनाबूत करने की मांग करते हुए उदयपुर के फिदायनी हत्यारों और हत्या के विभित्स प्रस्तुतिकरण के पीछे जुटी अन्तरराष्ट्रीय मीडिया ताकतों के षडयन्त्र की जांच सक्षम ऐजेन्सियों से कराने की मांग की।
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