केजरीवाल लगा रहे कांगे्रस में सेंध

केजरीवाल लगा रहे कांगे्रस में सेंध

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) मुख्य विपक्षी दल से सत्ताधारी पार्टी बनने की जुगत में है। राज्य की 117 सदस्यीय विधानसभा में 60 विधायकों को आंकड़ा किस पार्टी को मिलेगा, यह तो 10 मार्च को ही पता चलेगा लेकिन कौन किसमें सेंधमारी कर रहा है, यह मतदान से पहले ही मालूम पड़ जाएगा। सबसे ज्यादा सेंध कांग्रेस के घर में लग रही है। अब तक पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ही कांग्रेस के नेताओं को तोड़ रहे थे, अब आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल रणनीति अपना रहे हैं। गत 15 जनवरी को कांगे्रस के बड़े नेता और पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में चले गये हैं। मान का कांग्रेस से 50 साल से जुड़ाव रहा है और किसान आंदोलन में भी उनका प्रभाव था। मान फगवाड़ा को जिला का दर्जा नहीं देने से नाराज थे।

विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब के पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान कांग्रेस से नाता तोड़ने के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। आप नेता और पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि मान के शामिल होने से राज्य में पार्टी को काफी मजबूती मिलेगी। चड्ढा ने एक ट्वीट में कहा, ‘अरविंद केजरीवाल जी के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और तीन बार के विधायक जोगिंदर सिंह मान जी कांग्रेस के साथ अपने 50 साल पुराने जुड़ाव को समाप्त करते हुए आप में शामिल हो गए। वह पंजाब कृषि उद्योग निगम के अध्यक्ष थे। चड्ढा ने कहा, मान के शामिल होने से पंजाब में आप की इकाई को काफी मजबूती मिलेगी। चड्ढा ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें मान को आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होते दिखाया गया है। अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के नेता मान कथित रूप से करोड़ों रुपये के पोस्ट-मैट्रिक एससी छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने और फगवाड़ा को जिला का दर्जा नहीं देने पर कांग्रेस से नाराज थे।

मान ने कांग्रेस से और पंजाब कृषि उद्योग निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी को एक पत्र में कहा कि उनका एक सपना था कि वह ताउम्र कांग्रेस नेता रहते। मान ने बेअंत सिंह, राजिंदर कौर भट्टल और अमरिंदर सिंह के मंत्रिमंडलों में मंत्री के रूप में कार्य किया था। मान ने पत्र में कहा था, ‘‘मैट्रिक के बाद दी जाने वाली छात्रवृत्ति योजना के गुनहगारों को कांग्रेस संरक्षण दे रही है, इसलिए मेरी अंतरात्मा मुझे पार्टी में रहने की अनुमति नहीं देती है। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।

पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 14 जनवरी को कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा और ओ पी सोनी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, मुख्यमंत्री चन्नी चमकौर साहिब से एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे। सिद्धू अपनी वर्तमान सीट अमृतसर पूर्व, रंधावा अपनी वर्तमान सीट डेरा बाबा नानक और सोनी भी अपने मौजूदा क्षेत्र अमृतसर मध्य से ही चुनाव लड़ेंगे। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा कादियान से चुनाव लड़ेंगे। हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं मालविका सूद मोगा से पार्टी की उम्मीदवार होंगी। वह अभिनेता सोनू सूद की बहन हैं। परमिंदर सिंह पिंकी फिरोजपुर सिटी से चुनाव लड़ेंगे। अबोहर से सुनील जाखड़ के भतीजे संदीप जाखड़ कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में भाग्य आजमाएंगे। कांग्रेस ने बस्सी पठाना से मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह को बरकरार रखा है। वहीं पटियाला ग्रामीण से मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा के पुत्र मोहित चुनाव लड़ेंगे। मनसा विधानसभा सीट से गायक सिद्धू मूसेवाला चुनाव लड़ेंगे। नरेश पुरी सुजानपुर से कांग्रेस की ओर से और अमित विज पठानकोट से चुनाव लड़ेंगे। अमृतसर सेंट्रल से ओमप्रकाश सोनी और सुल्तानपुर लोधी से नवतेज सिंह को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया गया है। जालंधर वेस्ट से सुशील कुमार कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ेंगे। जालंधर नार्थ से अवतार सिंह कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ेंगे। रूपनगर से बीरेंद्र सिंह को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है।

आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि पंजाब के लोग बहुत खुश है कि अब उनको बदलाव का मौका मिलेगा। पंजाब पर 1966 से आज तक 25 साल कांग्रेस और 19 साल बादल परिवार ने राज किया। इन दोनों ने पार्टनरशिप में राज किया। चाहे किसी की भी सरकार थी, दोनों ने एक-दूसरे पर कोई एक्शन नहीं लिया और दोनों ने लूटा। पंजाब के विकास के लिए हमने 10 पॉइंट का पंजाब मॉडल तैयार किया है। ये 10 सूत्रीय एजेंडा है।

पहला एजेंडा है रोजगार। हम ऐसा पंजाब बनाएंगे कि जो बच्चे कनाडा चले गए वे वापस आएंगे। पंजाब को नशा मुक्त करेंगे, पंजाब में शांति व्यवस्था लाएंगे। बेअदबी के एक भी मामले में सजा नहीं हुई क्योंकि सब पार्टियों के तार मिले हुए थे, साजिश थी। सभी बेअदबी मामलों में कठोर से कठोर सजा दिलाएंगे, शांति और भाईचारा कायम करेंगे। पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएंगे जैसे दिल्ली बनाई है शिक्षा में बेहतर माहौल देंगे। अब टीचर क्लासरूम में पढ़ाएंगे, धरने नही देंगे। जैसे दिल्ली में किया वैसे करेंगे, स्वास्थ्य- 16 हजार मोहल्ला क्लीनिक बनाएंगे। हर पंजाबवासी को मुफ्त इलाज मिलेगा, बिजली- दिल्ली की तरह मुफ्त और 24 घंटे बिजली देंगे, हर 18 साल से ऊपर की महिला को हर महीने 1000 रुपये देंगे। खेती के मसले हल करेंगे, व्यापारियों और उद्योगपतियों पर रेड राज बंद करेंगे।

अरविंद केजरीवाल ने पार्टी टिकट बेचे जाने के आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि 1947 से लेकर आजतक की सबसे ईमानदार पार्टी आप है। हमने एक भी टिकट नहीं बेची। अगर कोई साबित कर दे कि टिकट बेची तो बेचने और खरीदने वाले को तुरंत पार्टी से निकालूंगा। यहीं नहीं,उनका जहन्नुम तक पीछा नहीं छोडूंगा। आजकल कीचड़ उछालने का फैशन है। कीचड़ हम पर उछाला जा रहा है। अगर किसी ने ऊलजुलूल आरोप लगाया तो उसको भी नहीं छेड़ेंगे।केजरीवाल ने कहा, राजेवाल साहब की बहुत इज्जत करता हूं। वे मेरे घर आए थे। उन्होंने एक ऑडियो क्लिप दी, उसमें दो लोग बात कर रहे हैं कि केजरीवाल पैसे खाता है, सिसोदिया पैसे लेकर खाता है, राघव चड्ढा 5 स्टार होटल जाता है। यह तो सबूत नहीं हुआ न, राजेवाल साहब भोले आदमी हैं, उन्हें गुमराह किया जा रहा है। अकाली नेता बिक्रम मजीठिया से माफी मांगने के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा, हमने कांग्रेसियों का हाथ नहीं पकड़ा था कि गिरफ्तार मत करना, आज चन्नी साहब कहते फिर रहे हैं कि केजरीवाल ने माफी मांगी थी। हमने यह थोड़ी न कहा था कि उसे गिरफ्तार मत करना। उनकी सेटिंग थी, दोनों फोन पर बात करते थे। गौरतलब है कि केजरीवाल ने मजीठिया पर ड्रग्स कारोबार में जुड़े होने के आरोप लगाए थे, जिस पर मजीठिया ने आप प्रमुख पर मानहानि का मुकदमा कर दिया था। बाद में केजरीवाल ने मान लिया है कि उनके आरोपों का कोई आधार नहीं था। वह इसके लिए माफी मांगते हैं।

शिरोमणि अकाली दल नेता सुखबीर बादल पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, सुखबीर बादल ने बांटने के लिए कितना पैसा रख रखा है, पंजाबी मर जाएगा लेकिन वोट बेचने वाला नहीं है। हर गली-गली में लोग कहते हैं कि पैसे उनके लाएंगे लेकिन वोट आपको देंगे। आप प्रमुख ने कहा, हमारा मकसद एक ही है-पंजाब का भला करना। हमारा किसी से द्वेष नहीं है, राजेवाल साहब जिस दिन मेरे घर आए थे, हम 90 टिकट अनाउंस कर चुके थे। उन्होंने कहा कि 60 टिकट चाहिए तो हमने कहा ली 27 टिकट बची है।10-15 आप ले लीजिए, जिन्हें टिकट दे चुके हैं, उनसे वापस लेना ठीक नहीं। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा अलग से लड़ता है, तो बिल्कुल कुछ वोट कटेगा। सीट खाली छोड़ दूंगा लेकिन गलत आदमी को नहीं अंदर जाने दूंगा। देखना यह है कि पंजाब की जनता उनकी बात पर कितना यकीन करती है। (हिफी)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ