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मद्रास उच्च न्यायालय ने कोरोना दिशा निर्देश का पालन नहीं करवाने के लिए सीधे-सीधे चुनाव आयोग को दोषी ठहराया

मद्रास उच्च न्यायालय ने कोरोना दिशा निर्देश का पालन नहीं करवाने के लिए सीधे-सीधे चुनाव आयोग को दोषी ठहराया


पटना महानगर जिला कांग्रेस कमिटी के पूर्व उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता राकेश कपूर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार पहली बार उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय के आलोचना की शिकार होकर दबाव में आई है। कार्यपालिका व संसदीय पद्धति के पंगु होने के बाद न्यायपालिका का देशहित में जनता के अधिकारों पर संज्ञान लेते हुए स्वस्थ लोकतंत्र की रक्षा के लिए उठाया गया यह कदम वाकई सराहनीय है।

राकेश कपूर ने बताया कि पिछले दिनों में कुछ न्यायाधीशों ने अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए न्याय और देशहित की अवहेलना भी की है। इसी कड़ी में चुनाव आयोग ने भी स्वर्गीय टी एन शेषण जी द्वारा स्थापित आयोग की प्रतिष्ठा और गरिमा गवाई है।

इस बीच बड़ी खबर है कि मद्रास उच्च न्यायालय ने कोरोना दिशा निर्देश का पालन नहीं करवाने के लिए सीधे-सीधे चुनाव आयोग को दोषी ठहराया है और उनके अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की बात तक कह डाली है।

इन उच्च न्यायालयों की टिप्पणियों के बाद उच्चतम न्यायालय को भी स्वतः संज्ञान लेते हुए केन्द्रीय सरकार व चुनाव आयोग के खिलाफ उचित कदम उठाना चाहिए।

महानगर जिला कांग्रेस कमिटी के पूर्व उपाध्यक्ष ने अपने व्यान में कहा कि देश के वर्तमान विस्फोटक स्थिति पर विदेशों में भी मोदी सरकार की कार्यप्रणाली की आलोचना से देश की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है।

राकेश कपूर ने कहा कि मोदी सरकार कोरोना से देश की दुर्गति पर घिरती नजर आ रही है। अपनी छवि बचाने के लिए आपातकाल का विरोध करने वाली यह केन्द्रीय सरकार इसी का सहारा लेकर विरोधियों का मुँह बन्द कर सकती है। देश की जनता को सभी परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए तैयार होने की जरूरत है।

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