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मुख्यमंत्री ने सात निष्चय-2 में शामिल ‘बाल हृदय योजना’ का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने सात निष्चय-2 में शामिल ‘बाल हृदय योजना’ का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने इलाज हेतु अभिभावकों के साथ विमान से अहमदाबाद भेजे जा रहे चयनित 21 हृदय रोग से ग्रस्त बच्चों को पटना हवाई अड्डा तक ले जा रही बसों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद के सामने आयोजित कार्यक्रम में सात निष्चय-2 के अंतर्गत सबके लिये अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा के तहत ‘बाल हृदय योजना’ का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने प्रषांति मेडिकल सर्विसेज एण्ड रिसर्च फाउंडेषन के अहमदाबाद स्थित अस्पताल में इलाज हेतु अभिभावकों के साथ विमान से भेजे जा रहे 21 हृदय रोग से ग्रस्त बच्चों को पटना हवाई अड्डा तक ले जा रही बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर षिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, कार्यपालक निदेषक राज्य स्वास्थ्य समिति श्री मनोज कुमार, बिहार चिकित्सा सेवायें एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेषक श्री प्रदीप झा, जिलाधिकारी डाॅ0 चन्द्रषेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेन्द्र शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
शुभारंभ समारोह के पष्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को विषेष तौर पर ‘बाल हृदय योजना’ के शुभारंभ के लिये बधाई देता हूं। पिछले वर्ष इसकी चर्चा हुई और चुनाव के पष्चात नई सरकार के गठन के बाद सात निष्चय-2 के अंतर्गत सबके लिये अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों का निःषुल्क उपचार की व्यवस्था हेतु बाल हृदय योजना को कैबिनेट से मंजूरी दी गई। इन बच्चों के इलाज के लिये 1 अप्रैल 2021 से बाल हृदय योजना की शुरूआत की गई और आज उसका शुभारंभ किया गया। इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पटना एवं इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना में जांच की व्यवस्था की गई और उसके बाद इलाज किया जायेगा। अहमदाबाद के जिस निजी अस्पताल में उन बच्चों का निःषुल्क इलाज कराया जाना है, वहां के डाॅक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी ने आकर यहां उन बच्चों की जांच भी की। उस संस्थान के साथ उन बच्चों के निःषुल्क इलाज के लिये एग्रीमेंट किया गया। देष के कई राज्य उस अस्पताल के साथ एग्रीमेंट कर बाल हृदय रोगियों की निःषुल्क चिकित्सा कराते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपनी तरफ से हृदय रोग से ग्रस्त बच्चों के इलाज की पूरी व्यवस्था करेगी। अहमदाबाद स्थित संस्था में बाल हृदय रोगियों का निःषुल्क इलाज किया जाता है। राज्य सरकार बच्चों एवं उनके अभिभावकों के वहां आने-जाने के खर्च सहित उनकी सारी व्यवस्था करेगी। इलाज के उपरांत जब बच्चे वापस आ जायेंगे तो स्वास्थ्य मंत्री सहित अन्य अधिकारी आप सभी लोगों से मुखातिब होकर अपनी पूरी बात बतायेंगे। जानकारी दी गई है कि 21 बच्चे इलाज के लिये जा रहे हैं। इलाज के लिये जा रहे बच्चों एवं उनके अभिभावकों से हमने बस में मुलाकात कर शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामना दी। स्वास्थ्य मंत्री को इस बात के लिये बधाई देता हूं कि निर्धारित समय में इस योजना की शुरुआत कर दी। हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों का इलाज हो सकेगा ताकि वे स्वस्थ जीवन जी सकें। राज्य सरकार भी अपने यहां बाल हृदय रोगियों के निःषुल्क इलाज की व्यवस्था कर रही है।

नवादा में संदिग्ध मौतों के संबंध मे पूछे गये एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को निर्देष दिया गया है कि वहां जाकर एक-एक चीज की जानकारी लें। पटना से आज एक विषेष टीम नवादा गयी है, जो एक-एक चीज की जाॅच करेगी और जरूरी कार्रवाई करेगी। इसके पष्चात् मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में ‘बाल हृदय योजना’ पर आधारित एक लघु फिल्म का अवलोकन भी किया।
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