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जय माँ शारदा भवानी

 जय माँ शारदा भवानी

जय माँ वीणापाणि,
जय सिद्धियुत धाम,
तेरे चरण पर मस्तक रखकर,
करुं कोटि प्रणाम,
तेरी गाथा गा गाकर, 
बने गुणी व ज्ञानी।
       जय माँ शारदा भवानी।

तुम हो माँ सिद्धि की दाता,
तुम हो पुरे जगत की माता,
न्याय करो अन्याय नहीं करना,
तुम हीं भाग्य विधाता,
दे दो हमें शक्ति व भक्ति,
हम हैं मूढ़,अज्ञानी।
       जय माँ शारदा भवानी। 

करों में सुंदर वीणा शोभे,  
एक हाथ में पुस्तक,
मस्तक पर वो हाथ रख दो, 
जो सबका है मुक्तक,
मुकूट की शोभा वर्णन नहीं की जाये,
कही नही जाये मुझसे  वखानी।
      जय माँ शारदा भवानी।

थोड़ी दया करो तुम माता, 
हम बन रहे वेचारे,
एकमात्र आशा तुमपर है, 
तुमबिन कौन उबारे,
सद्बुद्धि,विवेक दो हमें  माता, 
हम बने नहीं अभिमानी।
        जय माँ शारदा भवानी।
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         अरविन्द अकेला
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