आदर्श आंगनबाड़ी इंदौर में उगाए जा रहे मौसमी फल व सब्जियां

ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण एवं स्वास्थ्य के मानकों में सुधार लाने में आंगनबाड़ी केन्द्रों की भूमिका अहम मानी जाती है। ऐसे में आंगनबाड़ी केन्द्रों में गुणवतापूर्ण सुविधाओं की उपलब्धता अधिक से अधिक लाभार्थियों को जोड़ने में सहायक साबित होती है।

पोषण के सन्देश को समुदाय तक पहुंचकर कुपोषण पर लगाम लगायी जा सकती है। इस सन्देश को जिले के कोचस प्रखंड के चितांव पंचायत का आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र इन्दौर बखूबी समुदाय तक पहुंचा रहा है। इस आंगनबाड़ी केंद्र संख्या- 85 को एक मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। केंद्र की बनावट तथा सुविधाओं को पूरी तरह से लाभार्थियों एवं खासकर बच्चों को ध्यान में रखकर किया गया है।

केंद्र की सजावट को बच्चों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न रंगों से सुरुचिपूर्ण ढंग से किया गया है। बच्चों की रुचि का ध्यान रखते हुये केंद्र की दीवारों पर रंगीन चित्र बनाए गए हैं। जगह-जगह दीवारों पर पोषण से संबंधित सचित्र संदेश भी बनाए गए हैं,जो बच्चों एवं महिलाओं के लिए आकर्षण का केंद्र साबित हो रहा है। साथ ही केंद्र पर आने वाले लाभार्थी महिलाओं के विश्राम एवं जांच के लिए आरामदायक बिस्तर की भी व्यवस्था की गयी है।

केंद्र में बच्चों की उपस्थिति बनी रहे इसके लिए केंद्र में बच्चों के मनोरंजन के लिए आकर्षक प्ले एरिया बनाया गया है जहां बच्चों के खेलने के लिए कई प्रकार के झूले एवं अन्य साधन उपलब्ध हैं।
अपनी क्यारी अपनी थाली के तहत तैयार की गई है पोषण वाटिका : घर में उपजे पौष्टिक फल एवं सब्जियों के महत्त्व को समुदाय तक पहुंचाने के लिए केंद्र में पोषण वाटिका का निर्माण किया गया है। जिसका समुदाय के लोग लाभ उठा रहे हैं।

केंद्र की सेविका संतोषी कुमारी बताती हैं कि इससे अपनी क्यारी अपनी थाली के सन्देश को जनमानस तक पहुंचाने में मदद मिली है। लोगो में पोषण आहार को ले जागरूकता का प्रसार हुआ है।

पोषण के सन्देश को जनमानस तक पहुँचाना है केंद्र का लक्ष्य:

आईसीडीए की डीपीओ सुनीता कुमारी ने बताया पोषण पर लोगों को जागरूक करना और कुपोषण से होने वाली समस्याओं के बारे में उन्हें सन्देश देना जिले की प्राथमिकता है। इस क्रम में आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र की भूमिका उभर कर आती है।

अपनी क्यारी-अपनी थाली के सन्देश को जनमानस तक पहुंचाने के उद्देश्य से केंद्र परिसर में पोषण वाटिका विकसित की गयी है जिससे घर में ही उपलब्ध संसाधनों से पोषण की पूर्ती का सन्देश समुदाय तक पहुंचाया जा रहा है। पोषण माह एवं दैनिक गतिविधियों के दौरान भी कोविड अनुरूप आचरण अपनाने की सलाह केंद्र की कार्यकर्ताओं द्वारा दिया जा रहा है। मास्क का इस्तेमाल, शारीरिक दूरी एवं हाथों की नियमित सफाई के लिए सभी को जागरूक किया जा रहा है।



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Seasonal fruits and vegetables grown in Adarsh Anganwadi Indore


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/sasaram/news/seasonal-fruits-and-vegetables-grown-in-adarsh-anganwadi-indore-127825071.html

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