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मेरी भी मनोकामना पूर्ण हो जाए-

मेरी भी मनोकामना पूर्ण हो जाए-






धनंजय जयपुरी प्राचार्य, लॉर्ड कृष्णा मॉडल स्कूल सुंदरगंज, औरंगाबाद, बिहार 
बिहार में आगामी नवंबर महीने में विधायक का इलेक्शन संभावित है। मेरी भी आकांक्षा विधायक बनने की है।विधायक ही नहीं वरन बहुमत दल का नेता और फिर इसी बात को ध्यान में रखकर मैंने मुख्यमंत्री बनने की है। इसी बात को ध्यान में रख कर मैंने ईश्वर से निवेदन किया है। ईश्वर की कृपा से शायद मेरी भी मनोकामना पूर्ण हो जाए-



हे त्रिलोकाधिपति,
 सुन ले हमारी आरजू।
 कर जरा उपकार मुझपे,
मैं यहां फूलूं-फलूं।।
है इलेक्शन का समय,
हालत हुई गम्भीर है।
कर कृपा मुझपर
 कृपामय,
तू ही रहता पीर है।।
छोड़ पंछी की सवारी,
अब हुआ वह जीर्ण  है।
दे रहा इक कार तुझको,
यह बड़ी विस्तीर्ण है।।
है विधायक का इलेक्शन,
नाव तो मझधार है।
तू अगर जो साथ दे दे,
 साफ बेड़ा पार है।।
हे प्रभु तुम हेतु मेरे, 
एक छोटा काम कर।
थोड़ा सा बारूद थोड़ी,
गोलियां इंतजाम कर।।
देखना फिर जीत मेरी,
हो गई तब श्योर है।
फिर मेरा तो उच्च पद का,
 रास्ता अंजोर है।।
 गर तेरा जो साथ पाऊं,
 मुख्यमंत्री मैं बनूं।
 पैसों के बल पर विपक्षी,
को भी अपने वश करूं।।
कागजों पर काम होंगे,
और पैसे जेब में।
मिल सकेंगे धन मुझे
 फिर,
 जाल और फरेब में ।।
ना कोई भूखा यहां,
 इस राज्य में रह पाएगा। 
 दूर होंगे दीन जन,
 दुर्दिन कहां से आएगा।।
सुन रहे पूर्वज हमारे,
 खाते चारा चाव से।
 पान अलकतरा का करते,
 थे सभी सद्भाव से ।।
छोड़ सकता मैं नहीं,
 उनके चलाए चाल को।
 हम झुका सकते नहीं हैं,
 उनके उन्नत भाल को।।
 उनके दिखाए राह पर,
 चलना हमारा धर्म है।
 ना कोई इस लोक में,
 इससे बड़ा सत्कर्म है।।

धनंजय जयपुरी
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