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आरा मेंआइसोलेशन सेंटर पर कुव्यवस्था के विराेध में फूटा मरीजों का गुस्सा, बरसीं लाठियां

आइसोलेशन सेंटर में कुव्यवस्था से गुस्साए कोराेना के अनेक मरीजों ने जगदीशपुर में आरा-मोहनिया नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। इलाज के लिए रखे हुए बेड को हाईवे पर रखकर वाहनों का आवागमन रोक दिया। इस दौरान नारेबाजी किया। ये सभी एएनएम ट्रेनिंग सेंटर, दुलौर में बनाये गए आइसोलेशन सेंटर में कुव्यवस्था का विरोध कर रहे थे। गुस्साए लोगों का कहना था कि कहा कि वहां कुल 60 कोरोना पॉजिटिव मरीज है। सेंटर में कुव्यवस्था है। जानवरों की भांति भोजन मिलता है।

सूचना मिलने पर जगदीशपुर के बीडीओ-सीओ समेत थाने की टीम जामस्थल पर पहुंची। लेकिन आक्रोशित मरीज उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं थे। संक्रमित लोगों ने सड़क पर ही बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। एक तरफ जहां कोरोना से दो-दो हाथ करने में स्वास्थ्य महकमा का पसीना छूट रहा है। ऐसे में आइसोलेशन सेंटर पर बरती जा रही कुव्यवस्था और लोगों का गुस्सा यह सवाल खड़ा करता है कि ऐसे कैसे हम कोरोना का सामना करेंगे।

इधर, कोरोना पॉजिटिव मरीजों द्वारा सड़क जाम किये जाने की खबर सुनकर राहगीरों में भी अफरातफरी मची रही। राहगीर मुख्य सड़क के नीचे उतर आने-जाने लगे। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इस दौरान पुलिस ने मरीजों पर लाठियां भी भांजी। जिसमें कई मरीज जख्मी भी हो गई।
आइसोलेशन में रह रही महिला मरीजों का गुस्सा दिखा चरम पर, लगाए नारे
आइसोलेशन सेंटर की महिलाओं का गुस्सा चरम पर दिख रहा था। सभी महिलाएं सेंटर में घटिया सुविधा उपलब्ध होने से आक्रोशित थीं। शाहपुर की रहने वाली पॉजिटिव महिला ने बताया कि हम सभी को जानवरों की भांति भोजन दिया जा रहा है। महिलाओं ने जांच की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया। कहा कि मेरे परिवार के सभी सदस्यों के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद मेरे दो छोटे बच्चों का रिपोर्ट कैसे निगेटिव आ गया।

मंत्री की गाड़ी देखकर भड़के
ढ़ाई घंटा तक हाइवे के जाम रहने से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़क जाम में सरकार के खनन एवं भूतत्व मंत्री में फंस गए। कोरोना मरीजों ने उनकी गाड़ी को देखकर नारेबाजी शुरू कर दी। मंत्री ने मौके की नजाकत को देखते हुए गाड़ी वापस कर जाने में ही अपनी भलाई समझी। पुलिस ने बल प्रयोग कर सड़क जाम हटवाया ढ़ाई घंटा तक सड़क जाम रहा। अधिकारियों के समझाने के बाद भी आक्रोशित भीड़ हटने का नाम नहीं ले रही थी। घटना की सूचना पर भोजपुर सिविल सर्जन डॉ. ललितेश्वर झा भी जामस्थल पर पहुंचे।

माले बोली- कोरोना मरीजों की पिटाई निंदनीय घटना
उधर, भाकपा माले के नेता अजीत कुशवाहा ने कहा कि कि दुलौर आइसोलेशन सेंटर के मरीजों के ऊपर बलप्रयोग किया जाना निंदनीय है। कोरोना मरीजों को सुविधा दिये जाने के बदले लाठी की मार झेलनी पड़ रही है। यह प्रशासन के मानवीय असंवेदनशीलता को दर्शाता है। घटना की सूचना मिलने पर माले नेता अजित कुशवाहा एवं पप्पू सिंह आइसोलेशन सेंटर पहुंचे थे।

डीएस बोले- हम दे रहे सुविधा मरीज सहयोग नहीं कर रहे
मामले में पूछने पर डीएस राघवेन्द्र किशोर एवं नोडल पदाधिकारी डॉ. खगेन्द्र कुमार ने बताया कि कोरोना मरीजों को सेंटर में हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सभी तत्पर रहते हैं। लेकिन सेंटर के मरीजों में सहयोग की भावना नहीं दिखती है। उनसे समय पर दवा खाने, व्यायाम करने के लिए अनुरोध किये जाने के बाद भी सहयोग के बदले मनमानी पर उतारू होकर सड़क जाम कर दिए।



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Anger of the patients, lathi sticks erupted against the mismanagement at the Isolation Center in Ara


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/ara/news/anger-of-the-patients-lathi-sticks-erupted-against-the-mismanagement-at-the-isolation-center-in-ara-127471496.html

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