Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

जर्जर अवस्था में पुल, दे सकता है किसी बड़े खतरे को अंजाम

जर्जर अवस्था में पुल, दे सकता है किसी बड़े खतरे को अंजाम

• दोनों तरफ का बेरियर टूट चुका है । 
• पुल के रास्ते गुजरती थी नैरो गेज मालगाड़ी । रेलवे लाइन
के उखड़ जाने के बाद पटरियों के स्थान पर बने हैं 
बड़े-बड़े गड्ढे ।
• पुल पूरी तरह से बिहार में है। 
--------------------------------------------------------------------
वेद प्रकाश तिवारी
बंगरा बाजार( भाटपार रानी )देवरियादेवरिया जिले के प्रतापपुर शुगर फैक्ट्री से बिहार राज्य के मैरवा कस्बे तक जाने वाली मुख्य सड़क चित्रसेन बनकटा के आगे बिहार की सीमा में प्रवेश करती है उत्तर प्रदेश और बिहार को बांटने वाली स्याही नदी के ऊपर बना यह पुल अंग्रेजों का बनाया हुआ आजादी के पहले का है । यह पुल पूरी तरह से बिहार में है । 60 से 70 के दशक में एक नैरोगेज की मालगाड़ी मैरवा से गन्ना भर कर प्रतापपुर फैक्ट्री ले जाने का काम करती थी । यह माल गाड़ी उसी पुल से गुजरती थी । साथ ही पुल के किनारे से वाहनो के भी आने जाने का काम होता था । बाद में यातायात के साधन बढ़ने के बाद उस नैरो गेज की लाइन को उखाड़ दिया गया और पूरी तरह से वाहनों के लिए यह पुल इस्तेमाल में आने लगा । रेलवे लाइन के उखड जाने के बाद पटरियों के बने हुए निशान पुल पर अब गड्ढों के रूप में तब्दील हो गए हैं काफी अंतराल बीत गया दोनों तरफ के बैरियर टूटे हुए हैं। पुल का मरम्मत का कार्य अभी तक नहीं किया गया है । जबकि इस पुल से जनता के प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी भी गुजरते हैं । आम जनता की तरफ से बिहार के जीरादेई विधानसभा क्षेत्र के विधायक को पत्र भी लिखा गया, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कई बार लिखित शिकायत दी गई परंतु क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत का कार्य अभी भी खटाई में है । यह फूल कभी भी टूट सकता है । बासोपट्टी गांव के विजय कुमार यादव बताते हैं कि रास्ता सकरा होने के कारण कभी भी दो सवारियां एक साथ नहीं जा सकती। कभी गलती से दो सवारियां पुल पर पहुंच गई तो कभी भी एक की गिरने का खतरा बना रहता है ।
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ