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कोरोना से जंग

कोरोना से जंग

'कोरोना'को ही रोना है

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'कोरोना'को ही रोना है,

कितना बढ़े 'कोरोना'

कट जायेगी रात अंधेरी,

सीघ्र प्रात फिर होना

घर भीतर भी शंकायें हैं, 

दूरी  सभी  बनायें,

मुख नासिका ढ़कें हरदम,

हाथों को मल-मल धोना


हाथ जोड़कर करें नमस्ते

दूर -दूर ही रहना 

चाहे जितनी मज़बूरी हो

यही हमारा कहना


घर बाहर सेन्टाइज करके

सब जन रहे सुरक्षित

कोरोना की चैन बढ़े अब

ऐसा काम करो ना


नियम कायदे,लाक्डाउन के,

 शत प्रतिशत अपनायें

फिर तो जीत हमारी होगी,

बस धीरज मत खोना

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~जयराम जय,कानपुर

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