लॉक डाउन के नियमो की धज्जियां उड़ाते भाजपा के विधायक
हमारे पटना व्यूरो सुबोध सिंह की खास रिपोर्ट
- बिहार में कैसा सुशासन है विधायक कोटा में फंसे बेटा-बेटी को पटना ले आए और आम जनता तडपती रहे |
एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री
श्री नीतीश
कुमार ने बिहार के बाहर फसें छात्रो के
बिहार वापस लाने का विरोध किया था और कहा था कि इससे लॉकडाउन का उद्देश्य सफल नहीं होगा। आज भी कोटा में
बिहार के बहुतेरे छात्र फंसे हुए हैं लेकिन रसूखदार विधायक के द्वारा अपने बेटे को कोटा से वापस लाकर जो कानून की धज्जियां उड़ाई गई है वो देखते बनती है |
घटना बिहार के नवादा के
भाजपा विधायक अनिल सिंह के द्वारा की गई है | बिहार में नीतीश कुमार के विधायक ने
लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर अपनी
बेटी को लेकर पटना आगए. इसके लिए अनिल सिंह 2500 किलोमीटर
की दूरी लगातार गाड़ी से तय किये | भाजपा विधायक अनिल सिंह पटना से कोटा गए और वापस
पटना आ गए. 16 अप्रैल की सुबह पटना से निकल रात 12 बजे कोटा
पहुंचे फिर 17 की सुबह निकले और 18 को
पटना आ गए| सबसे बड़ा सवाल यह है कि जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉकडाउन में
कोटा से छात्रों को लाने का विरोध कर रहे हैं, वहीं बीजेपी
के विधायक खुद पास बनवाकर अपनी बेटी को लाने कैसे पहुंच गए? उन्हें किसी राज्य की
पुलिस ने रोका कैसे नहीं ? कैसे विधायक जी नवादा
सदर के अनुमंडल अधिकारी से आदेश प्राप्त कर 16 अप्रैल
से लेकर 25 अप्रैल तक प्रतिबंधित अवधि में कोटा में फंसे
पुत्र को लाने चले गए थे? जबकि सदर एसडीओ के आदेश में लिखा गया है कि विधायक अनिल
सिंह के वाहन परिचालन की अनुमति लोगों के जानमाल की रक्षा हेतु इस शर्त के साथ
आदेश दिया जाता है कि, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को
देखते हुए जिला प्रशासन नवादा के द्वारा जारी निर्देश का अक्षरशःअनुपालन
करेंगे.इसके साथ हीं सभी व्यक्ति को मास्क लगाना अति आवश्यक है. क्या कोटा नवादा
में आता है ?
वहीं इसको लेकर नीतीश कुमार ने नाराजगी जाहिर की है.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग नहीं माने और अपने यहां भी वहां से आ गए. उन्हें बॉर्डर
पर नहीं रखा गया बल्कि वहां उनका टेस्ट कर उनके घर भिजवाने की व्यवस्था की गई.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का पालन और सोशल डिस्टेंसिंग ही हमें कोरोना वायरस के
संक्रमण से बचाएगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि देश के कोने-कोने में
लोग फंसे हुए हैं, अगर उनकी मांग पर सभी राज्य से
उन्हें यहां लाने लगें तो लॉकडाउन का मजाक उड़ जाएगा. सोशल डिस्टेंसिंग ही हमें
बचा सकता है. बता दें कि आज नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से
लगातार साढ़े पांच घंटे तक कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति से बचाव के लिए किए जा
रहे कार्यों की समीक्षा की. नीतीश कुमार के दफ्तर से प्रेस रिलीज ज़ारी किया गया.
इसमें कहा गया कि लॉकडाउन को लेकर सरकार का पूरा कमिटमेंट है.