सौहार्द के लिए समानता का होना जरूरी समानता परिषद ।

सौहार्द के लिए समानता का होना जरूरी समानता परिषद ।

आरक्षण विरोधी आंदोलन की स्थानीय अग्रणी संस्था समानता परिषद रजि, के तरफ से परिषद के संस्थापक अध्यक्ष एवं भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी मध्यप्रदेश के अध्यक्ष पं,रावेन्द्र तिवारी ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि बर्तमान में जो संविधान काम कर रहा है उसमें बदलाव की जरूरत है तभी देश में सौहार्द कायम रखा जा सकता है वर्ण व्यवस्था का जब विधान था तब सभी के कार्य बँटे हुए होते थे एक दूसरे के कार्य पर कोई दखल नहीं रखता था किन्तु आजादी के बाद जब देश का संविधान काम करता है तो यहाँ जातीय समीकरण साधना राजनीतिक फायदा हो सकता है किन्तु यह आपसी भाईचारा के लिए बहुत बड़ा खतरा है आज देश का प्रत्येक नागरिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात करता है तो यह स्वतंत्रता क्या सिर्फ बोल चाल तक सीमित रहेगी वह भी कुछ विशेष जातियों के लिए यह तो संविधान की परिभाषा को ही बदल देने वाला विधान है जो निश्चित रूप से सौहार्द के लिए घातक है इसलिए परिषद भारत सरकार से माँग करती है कि देश में एक देश एक विधान सबको अवसर एक समान की नीति लागू की जाए ।
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