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आपातकाल में आत्मबल बढाने हेतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा ‘ऑनलाइन श्रद्धा संवाद’ का आयोजन !

आपातकाल में आत्मबल बढाने हेतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा ‘ऑनलाइन श्रद्धा संवाद’ का आयोजन !

केवल भौतिक विकास नहीं, अपितु आत्मिक विकास साध्य करके ही मनुष्य सफल और समाधानी जीवन जी सकता है ! - पू. निलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति
वाराणसी - कोरोना विषाणु के कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो चुकी है और करोडों लोग इससे ग्रस्त हैं, इससे मनुष्य द्वारा की गई प्रगति, विज्ञान की आधुनिकता का सारा अहंकार चूर-चूर हो गया है । मनुष्य की स्वार्थी और अहंकारी वृत्ति, समष्टि प्रारब्ध ही आज के इस आपातकाल का कारण है । केवल भौतिक विकास नहीं, अपितु आत्मिक विकास साध्य करना, अर्थात् विकास में संतुलन रखकर ही मनुष्य सफल और समाधानी जीवन जी सकता है ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समितिके धर्मप्रचारक संत पू. निलेश सिंगबाळजी ने ‘ऑनलाइन श्रद्धा संवाद’ में मार्गदर्शन करते समय किया । युट्युब के माध्यम से संचालित इस कार्यक्रम का लाभ उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आसाम आदि ईशान्य पूर्व राज्य के दो हजार से अधिक जिज्ञासुओं ने लिया ।

मार्गदर्शन करते समय पू. निलेश सिंगबाळजी ने कोरोना विषाणु के विरुद्ध आध्यात्मिक रूप से प्रतिरोधक क्षमता बढाने हेतु हेतु सरकारी नियमों के पालन के साथ-साथ सनातन संस्थाद्वारा शोध किया गया श्री दुर्गादेव्यै नमः श्री दुर्गादेव्यै नमः श्री दुर्गादेव्यै नमः श्री गुरुदेव दत्त श्री दुर्गादेव्यै नमः श्री दुर्गादेव्यै नमः श्री दुर्गादेव्यै नमः ॐ नम शिवाय यह जप करने हेतु बताया । साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी प्रभावशाली सिद्ध अग्निहोत्र करने के लिए भी समाज का आवाहन किया । नियमित साधना करने से सर्वश्रेष्ठ प्रकार की सुरक्षा प्राप्त हो सकती है, इसके लिए कुलदेवता तथा भगवान दत्तात्रेय जी के नामजप का महत्व भी विषद किया ।

सनातन संस्था द्वारा निर्मित सनातन चैतन्यवाणी एप, आपातकालीन सुरक्षा एप, सनातन के ग्रन्थ आदि के बारे में जानकारी भी इस समय दी गई । अंत में अनेक जिज्ञासुओं ने उनके मन की शंकाएं पूछकर समाधान प्राप्त किया और इसी प्रकार के अन्य आयोजन में अवश्य सहभागी होने की इच्छा दर्शायी ।
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