Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक

मुख्य बिंदु-
  • प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना तथा ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के अंतर्गत छूटे हुए कार्यों को तेजी से पूर्ण करें।
  •  टोला/बसावटों को संपर्कता प्रदान करने के लिए तेजी से काम करें ताकि कोई टोला/बसावट छूटे नहीं।
  •  ग्रामीण पथों का मेनटेनेंस विभाग द्वारा ही करायें, इससे खर्च में भी कमी आयेगी और कार्य की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। जिन पथों के 5 वर्षीय मेनटेनेंस की जिम्मेवारी संवेदकों को दी गयी है उनकी भी सतत् निगरानी करते रहें।
  •  आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के अंतर्गत सुलभ संपर्कता प्रदान करने हेतु जो सर्वे कराया गया है उसका अच्छी तरह से वेरीफिकेशन करवा लें। सभी जनप्रतिनिधियों से भी इस संबंध में सुझाव लें।
  •  ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों का एक्सपेंशन एवं उनका बेहतर मेनटेनेंस होने से सड़कें तो अच्छी दिखेंगी ही, इससे आवागमन भी सुलभ होगा।
पटना, 15 फरवरी 2021:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई।
बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव श्री पंकज कुमार पाल ने प्रस्तुतीकरण के दौरान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राज्य योजना एवं राज्य पूरक कोर नेटवर्क के अनुसार बसावटों की संपर्कता की अद्यतन स्थिति, योजनावार ग्रामीण सड़कों के निर्माण की अद्यतन स्थिति, छूटे हुये बसावटों/टोलों की विवरणी, ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम, अनुरक्षण की कार्य योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आत्मनिर्भर बिहार के 7 निश्चय-2 के तहत ग्रामीण बसावटों की सुलभ संपर्कता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना तथा ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के अंतर्गत छूटे हुए कार्यों को तेजी से पूर्ण करें। टोला/बसावटों को संपर्कता प्रदान करने के लिए तेजी से काम करें ताकि कोई टोला/बसावट छूटे नहीं। इसका फिजिकल वेरीफिकेशन भी करायें। ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों के उन्नयन एवं उनके चैड़ीकरण के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग के पथों का मेनटेनेंस विभाग द्वारा ही करायें। इससे खर्च में भी कमी आयेगी और कार्य की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। जिन पथों के 5 वर्षीय मेनटेनेंस की जिम्मेवारी संवेदकों को दी गयी है उनकी भी सतत् निगरानी करते रहें। इंजीनियर एवं वरीय पदाधिकारी फील्ड विजिट करते रहें ताकि सड़कों के मेनटेनेंस को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के अंतर्गत सुलभ संपर्कता प्रदान करने हेतु जो सर्वे कराये गये हैं उनकी अच्छी तरह से वेरीफिकेशन करवा लें। सभी जनप्रतिनिधियों से भी इस संबंध में सुझाव लें। वैकल्पिक सुलभ मार्गों द्वारा दूरस्थ पंचायतों एवं बड़े गांवों को उच्चस्तर के पथों, हाट बाजारों, महत्वपूर्ण संस्थानों यथा प्रखंड, अनुमंडल एवं जिला मुख्यालयों को आपस में जोड़ने के लिए योजनावार तरीके से तेजी से काम करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों का एक्सपेंशन एवं उनका बेहतर मेनटेनेंस होने से सड़कें तो अच्छी दिखेंगी ही, इससे आवागमन भी सुलभ होगा।

बैठक में मंत्री, ग्रामीण कार्य विभाग श्री जयंत राज, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव श्री पंकज कुमार पाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार सहित ग्रामीण कार्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंतागण उपस्थित थे।

दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ