वृद्धाश्रम में मात पिता, क्यों दोष बेटे पर ही लगते, बाहर गये क्यों सास ससुर, बेटी को कुछ न कहते? लड…
Read more »मर गये तो क्या तुम्हारे साथ जायेगा, ज़िम्मेदारी अहसास धरा रह जायेगा। हो गये बच्चे बड़े, सब सौंप दो …
Read more »बालमन बच्चों हेतु लिखना चाहो, बस बच्चा बनना पड़ता है, छोड़ छाड़ कर झूठ कपट, बस सच्चा बनना पड़ता है।…
Read more »ताउम्र भागते रहे, अब तनिक ठहराव आया, बच्चे बड़े हो गये, अब थोड़ा बदलाव आया। कब जीये हम खुद की ख़ाति…
Read more »नहीं अभागा कहता खुद को, निज जीवन इठलाता हूँ, बहुत दिया प्रभु ने हमको, सोच सोच कर मुस्कराता हूँ। जीव…
Read more »हो तेरी कृपा मुझ पर...... तू ही रोशनी बनकर, मेरी आँखों मे आया है, तू ही धडकनें बनकर, मेरे दिल मे सम…
Read more »दर्पण जब मैने दर्पण में स्वयं को देखा तो पाया अपने चेहरे में अपने पिता का प्रतिबिम्ब जिसमें छुपा था…
Read more »राजनगर पुलिस ने चोरी के वाहनों का नंबर प्लेट बदलकर बेचने वाले सरगना को किया गिरफ्तार जमशेदपुर से हम…
Read more »स्वागत नई सदी का मार्कण्डेय शारदेय ढहते हुए भवन में स्वागत नई सदी का। अहम्मन्यता के रण में स्वागत न…
Read more »निर्भीक बनो आक्रामक नहीं निडर बने निर्भीक बने स्वाभिमानी बन जाए। आक्रामक स्वभाव उग्र मित्र कभी ना ब…
Read more »नये दिनमान भाग्य हमारे किस्मत के तारे दमके, खुल गये भाग्य के द्वार। बदल रहे दिनमान हमारे, स्वागत कर…
Read more »शक्ति रूप तुम हो नारी बने भार्या प्रीतम प्यारी, घर आंगन महके फुलवारी। लक्ष्मी रूप तेरा नारी, अन्नप…
Read more »मिस्टी सी मुस्कान मिस्टी सी मुस्कान बेटी बनो देश की शान आसमां की सैर करो तुम उंची उड़ो उड़ान पंख लगाक…
Read more »पैंजनिया छम छम बाजे पांव में घुंघरू रुनक झुनक पैजनिया। नाच रहे हैं मदन मुरारी मधुबन गूंजे प्यारी मु…
Read more »संकल्प एक दिन बाती ऩे सोचा, मैं खुद को जलाती हूँ, तेल अपने दीपक से लेती, तम को मिटाती हूँ। अंधेरों…
Read more »पत्तियों की शोभा तभी तक है , जय प्रकाश कुंअर जब तक वो उस पेड़ की , टहनियों से जुड़ी रहती हैं । एक ब…
Read more »जीत का प्रतीक भगवा फहरा रहा, काशी से अयोध्या पहचान करा रहा। धर्म जाति क्षेत्रवाद बीते दौर की बातें,…
Read more »रा रंग चढ़ा है ---:,भारत का एक ब्राह्मण संजय कुमार मिश्र अणु --------------------------------------…
Read more »बड़ी बात है ... वक़्त को आईना दिखाना बड़ी बात है, सच को सच बताना, बहुत बड़ी बात है। झूठ को सच कहते हैं,…
Read more »एक दिवस महिलाओं का, कुछ महिलाओं ने लिखा कि एक दिन महिला दिवस बनाकर 364 दिन गुलामी की तैयारी----- एक…
Read more »मतदान करके देशहित का ध्यान , भईया करो जरूर मतदान । तुम्हीं राष्ट्र के बड़े हो शान , तुमसे देश का है…
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